शनिवार, 23 फ़रवरी 2013

स्त्री आर्य समाज का कवि-सम्मेलन

स्त्री आर्य समाज का कवि-सम्मेलन
                             
अम्बरीष गर्ग
                               दिनाँक 19 फरवरी, 2013 को स्त्री आर्य समाज की ओर से मुरादाबाद में कवि-सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यर्पण करके की गयी।
                               इस अवसर पर कवियों ने सामाजिक, देशभक्तिपूर्ण एवं हास्य-व्यंग्य की रचनाएँ प्रस्तुत की। काव्यपाठ करने वालो में रवि चतुर्वेदी, जितेन्द्र कुमार जौली, अशोक विश्नोई, डा. प्रेमवती उपाध्याय, फक्कड़ मुरादावादी, योगेन्द्र वर्मा व्योम, अम्बरीष गर्ग, संयम वत्स मनु, रघुराज सिंह निश्चल, रामसिंह निःशंक शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन अम्बरीष गर्ग ने किया।
                              इस अवसर पर सुधा आर्य, निर्मल आर्य, निष्ठा वेदालंकार, कल्पना, शशिबाला, कनकलता, सोमप्रभा, अखिलेश, रूपम रस्तोगी, रमेश सिंह आदि उपस्थित रहे।

अखिल भारतीय साहित्य एवं संस्कृति संस्थान का लोकार्पण एवं सम्मान समारोह

अखिल भारतीय साहित्य एवं संस्कृति संस्थान का लोकार्पण एवं सम्मान समारोह      
                
                          दिनाँक 17 फरवरी, 2012 को अखिल भारतीय साहित्य एवं संस्कृति संस्थान द्वारा प्रेस क्लब, कम्पनी बाग मुरादाबाद में लोकार्पण एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत माँ शारदे के चित्र पर मार्ल्यापण करके की गई।
महाकवि ब्रजभूषण सिंह गौतम अनुराग को सम्मानित
                           इस अवसर पर महाकवि ब्रजभूषण सिंह गौतम अनुराग को सम्मानित किया गया तथा उनके अभिनन्दन ग्रंथ 'आंगन से आकाश तक', नवगीत संग्रह 'अपने अपने सूरज' एवं गद्यगीत संग्रह 'साँसों की समाधी' का भी लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर ब्रजभूषण सिंह गौतम अनुराग ने अपनी कुछ रचनाओं का पाठ भी किया। कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने ब्रजभूषण सिंह गौतम अनुराग के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला तथा उन्हे विश्व कवि माना।
                          कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. अवनीश सिंह चौहान (असि. प्रोफेसर टी.एम.यू., मुरादाबाद) ने की। मुख्य अतिथि डा. गीता परिहार तथा विशिष्ट अतिथि डा. पूनम सिंह (गाजियावाद) और श्री मधुकर अष्ठाना (लखनऊ) रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री अशोक विश्नोई ने किया और सरस्वती वन्दना अंकित गुप्ता अंक ने प्रस्तुत की।
                         कार्यक्रम में जितेन्द्र कुमार जौली, योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई, विकास मुरादाबादी, शिशुपाल मधुकर, सतीश सार्थक, अशोक विश्नोई, राकेश जैसवाल, रामसिंह नि:शंक, अतुल जौहरी, मनोज रस्तोगी, रघुराज निश्चल, वीरेन्द्र ब्रजवासी, डा. अजय अनुपम, राजीव सक्सेना, मक्खन मुरादाबादी, डा. कृष्ण कुमार नाज़, योगेन्द्र वर्मा व्योग, परवाना कुहाड़िया आदि रचनाकार उपस्थित रहे।

शनिवार, 16 फ़रवरी 2013



धूमधाम से मनायी गयी बसन्त पंचमी और निराला जयन्ती
                                
छात्राओं शिल्पी वर्मा तथा पारुल भटनागर को पाँच-पाँच 
सौ रुपये भेंट कर सम्मानित किया गया
                               दिनाँक 15 फरवरी, 2013 को हिन्दी साहित्य संगम की ओर से आकाँक्षा विद्यापीठ मिलन विहार, मुरादाबाद में बसन्त पंचमी और निराला जयन्ती के अवसर पर कवि-गोष्ठी एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई।
संचालन करते जितेन्द्र कुमार जौली
                               इसके बाद गिरीश चन्द्र गुप्ता और अजय अनुपम ने सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद रामदत्त द्विवेदी ने विद्यालय की दो छात्राओं शिल्पी वर्मा तथा पारुल भटनागर को पाँच-पाँच सौ रुपये भेंट कर सम्मानित किया गया। 
                               कार्यक्रम मे मनोज वर्मा मनु, रामसिंह नि:शंक, विकास मुरादाबादी, गिरीश चन्द्र गुप्ता, रघुराज सिंह निश्चल, रामदत्त द्विवेदी, जितेन्द्र कुमार जौली आदि ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री  राजेन्द्र मोहन शर्मा श्रृंग ने की। मुख्य अतिथि गिरीश चन्द्र गुप्ता  तथा विशिष्ट अतिथि हिमाँशु यादव रहे। सरस्वती वन्दना रामसिंह नि:शंक तथा कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र कुमार जौली ने किया।


गुरुवार, 14 फ़रवरी 2013

उपन्यास 'पूरनआशा' का विमोचन

 उपन्यास 'पूरनआशा' का विमोचन

                              दिनाँक 14 फरवरी, 2012 को रामेश्वर प्रसाद वशिष्ठ द्वारा रचित उपन्यास 'पूरनआशा' का विमोचन जम्भेश्वर विश्नोई धर्मशाला, लाइनपार, मुरादाबाद में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत माँ शारदे के चित्र पर मार्ल्यापण करके की गई।
रामेश्वर प्रसाद वशिष्ठ द्वारा रचित उपन्यास 'पूरनआशा' का विमोचन
                             कार्यक्रम में  योगेन्द्र वर्मा व्योम, कृष्ण कुमार नाज़, अनुराग गौतम, अशोक विश्नोई, अम्बरीष गर्ग, रामसिंह नि:शंक, राजेन्द्र मोहन शर्मा श्रृंग, मनोज मनु, रघुराज सिंह निश्चल, रामदत्त द्विवेदी, मक्खन मुरादाबादी आदि ने काव्यपाठ किया तथा कृति के विषय में अपने विचार प्रस्तुत किये। 
                             कार्यक्रम की अध्यक्षता योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई ने की। मुख्य अतिथि डॉ0 मीना कॉल तथा विशिष्ट अतिथि रामेश्वर प्रसाद वशिष्ठ रहे। संचालन अम्बरीष गर्ग ने किया।


मंगलवार, 12 फ़रवरी 2013

'युगों की प्रतिक्षा' का विमोचन

'युगों की प्रतिक्षा' का विमोचन

'युगों की प्रतीक्षा' का विमोचन किया गया
                              दिनाँक 10 फरवरी, 2012 को सतीश सार्थक द्वारा रचित पुस्तक 'युगों की प्रतीक्षा' का विमोचन शिव वरदान सनातन धर्म मन्दिर रेलवे हरथला कालोनी में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत माँ शारदे के चित्र पर मार्ल्यापण करके की गई।
                             पुस्तक 'युगों की प्रतीक्षा' गीत, गज़ल एवं कविताओं का संग्रह है। इस अवसर पर सतीश सार्थक ने अपनी कुछ रचनाओं का पाठ भी किया। कार्यक्रम में योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई, विकास मुरादाबादी, शिशुपाल मधुकर, मुकुल रुहेला, अशोक विश्नोई, अम्बरीष गर्ग, रामसिंह नि:शंक, राजदीप रुहेला, मनोज रुहेला, रघुराज निश्चल, रामदत्त द्विवेदी, मधुलिका रुहेला आदि उपस्थित थे।
                             कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ0 अजय अनुपम ने की। मुख्य अतिथि राजीव सक्सेना तथा विशिष्ट अतिथि मक्खन मुरादाबादी रहे। संचालन डॉ0 कृष्ण कुमार नाज़ ने किया।


गणतंत्रता

गणतंत्रता

डॉ0 ओम आचार्य
गणतंत्रता की हर मनुष्य बात कर रहा ।
वह दूसरो के संग किन्तु घात कर रहा॥

अपराध की स्वतंत्रता किसके लिए कहाँ,
यह जानते हुए भी तो उत्पात कर रह॥

सिद्धान्त, समता, एकता की कोरी बात है,
अवसर को देखते ही, जात-पात कर रहा॥

पहचानता नही उसे जिसने बड़ा किया,
बनकर बड़ा, बड़ो से मुलाकात कर रहा॥

कमजोर भीख माँगता है न्याय, दया की,
सुनता नही बलवान वज्रपात कर रहा॥

परदे में झाँकियेगा नही हो रहा है क्या,
देखो सफेदपोश सबको मात कर रहा॥
-डॉ0 ओम आचार्य,
लाइनपार, मुरादाबाद


अवनीश सिंह चौहान को सृजनात्मक साहित्य पुरस्कार


 अवनीश सिंह चौहान को सृजनात्मक साहित्य पुरस्कार

जयपुर। सोमवार। 07 जनवरी को जयपुर के भट्टारकजी की नसियां स्थित इन्द्रलोक सभागार में पं. झाबरमल्ल शर्मा स्मृति व्याख्यान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। आयोजन का शुभारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष जनरल वी.के. सिंह जी और गुलाब कोठारी जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह रहे जबकि पत्रिका समूह के प्रधान सम्पादक गुलाब कोठारी जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। 
 तत्पश्चात जनरल वी के सिंह जी और गुलाब कोठारी जी के कर-कमलों से अवनीश सिंह चौहान को सम्मानित किया गया। पत्रिका का वार्षिक 'सृजनात्मक साहित्य सम्मान-2013 के अंतर्गत श्री चौहान को 11000 रू. नकद, सम्मान पत्र और श्रीफल प्रदान किया गया। राजस्थान पत्रिका की ओर से हर साल दिए जाने वाले सृजनात्मक साहित्य पुरस्कारों की घोषणा पहले ही कर दी गई थी। कविता में पहला पुरस्कार युवा कवि अवनीश सिंह चौहान के गीतों को दिया गया। इटावा में जन्मे अवनीश सिंह चौहान युवा कवियों में अपना अहम स्थान रखते हैं। हमलोग परिशिष्ट में प्रकाशित उनके तीन गीत- 'किसको कौन उबारे', 'क्या कहे सुलेखा' तथा 'चिंताओं का बोझ- ज़िन्दगी' आम आदमी के संघर्ष और रोजी-रोटी के लिए उसके प्रयासों को रेखांकित करते हैं और भी कई अनकही पीड़ाओं को बयां करते हैं उनके गीत। अब अवनीश के ये गीत उनके सधः प्रकाशित संग्रह 'टुकड़ा कागज़ का' में संकलित हैं। 

इस अवसर पर अपने वक्तव्य में जनरल सिंह ने कहा- "दिनकर जी की रचनाएँ आज भी उन्हें प्रेरणा देतीं हैं। कविताओं में जीवन को सुन्दर बनाने की शक्ति होती है।" कोठारी जी ने कहा- "आज लोग संवेदनहीन हो गए हैं उनमें सम्वेदना जगाने की जरूरत है।"
उल्लेखनीय है कि इस साल कविता में दूसरा पुरस्कार प्रीता भार्गव को दिया गया। कहानी में पहला पुरस्कार राहुल प्रकाश को तथा दूसरा पुरस्कार कथाकार मालचंद तिवाड़ी को दिया गया। कविता में दूसरे स्थान पर पुरस्कृत अजमेर की प्रीता भार्गव राजस्थान की पहली महिला जेल अधिकारी हैं। उनकी हमलोग में प्रकाशित पुरस्कृत कविता "सब कुछ साथ हो जाता है" अनूठी प्रेम कविता है जिसमें चर अचर जगत के साकार और निराकार सम्बंधों की गहराई और व्यापकता को बहुत ही सफलता के साथ उकेरा गया है। राहुल प्रकाश जोधपुर कमिश्नरेट (पूर्व) में पुलिस उपायुक्त पद पर कार्यरत हैं। उनकी कहानियों का विषय अपने पेशे के इर्द-गिर्द घूमता नजर आता है। उनकी हमतुम परिशिष्ट में प्रकाशित पुरस्कृत कहानी "हत्या" में संबंधों में निहित उस लाचारी को उजागर करने का प्रयास किया गया है जो किसी को खुशी न दे पाने की असमर्थता से विकसित होती है। कहानी में दूसरा पुरस्कार प्राप्त करने वाले बीकानेर के कथाकार मालचंद तिवाड़ी के हिंदी और राजस्थानी में करीब एक दर्जन कहानी संग्रह और उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी पुरस्कृत कहानी "रौनक" अपने विशिष्ट शिल्प के साथ ही एक आम आदमी के किरदार को बेहतर अंदाज में प्रस्तुत करती है। 

पत्रिका समूह के परशिष्टों में प्रकाशित होने वाली कहानियों और कविताओं में प्रथम और द्वितीय का चयन करके दोनों विधा के रचनाकारों को प्रतिवर्ष सम्मानित कर क्रमशः ग्यारह हजार और पांच हजार रूपए की राशि भी भेंट की जाती है। इस साल कहानी और कविता के निर्णायक मंडल में मशहूर व्यंग्यकार ज्ञान चतुर्वेदी, प्रसिद्ध कथाकार हबीब कैफी और प्रफुल्ल प्रभाकर तथा जस्टिस शिवकुमार शर्मा, अजहर हाशमी और प्रोफेसर माधव हाड़ा थे। पत्रिका समूह की ओर से दिए जाने वाले सृजनात्मक साहित्य पुरस्कारों के क्रम में यह सत्रहवें पुरस्कार हैं। ये पुरस्कार 1996 से शुरू किये गये थे। 
इस अवसर पर पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले राजस्थान पत्रिका के पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया था। कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। विशेष सहयोग रहा आनंद जोशी, चाँद मोहम्मद, डॉ दुष्यंत, शालिनीजी एवं वर्षाजी का रहा और आभार अभिव्यक्ति सुकुमार वर्मा ने की।

हिन्दी साहित्य संगम की कवि गोष्ठी

हिन्दी साहित्य संगम की कवि गोष्ठी

डॉ0 मीना नक़वी
                      दिनाँक 3 फरवरी, 2013 को हिन्दी साहित्य संगम की ओर से आकाँक्षा विद्यापीठ मिलन विहार, मुरादाबाद में कवि-गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ शारदे के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई। इसके बाद रचनाकारों ने काव्यपाठ किया।
ओमकार सिंह ओंकार ने, "नाम तक भी नहीं शेष मधुमास का, एक भी फूल खिलता नहीं आस का।" 
रामसिंह नि:शंक ने, "भ्रष्टाचारी देश में, फैले हैं चहुँ ओर। और बढ़ रहे देश में, कपटी लम्पट चोर॥" अम्बरीष गर्ग ने,  "लुटता माल दिखा तो हम भी, पहुँचे लेकर झोली। अपना घर नीलाम हुआ, हम लगा रहे थे बोली॥"  रचनाएँ पढ़ी।
                    कार्यक्रम मे योगेन्द्र वर्मा व्योम, रामसिंह नि:शंक, गिरीश चन्द्र गुप्ता, रघुराज सिंह निश्चल, रामदत्त द्विवेदी, जितेन्द्र कुमार जौली आदि ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री  अशोक विश्नोई ने की। मुख्य अतिथि डॉ0 मीना नक़वी तथा विशिष्ट अतिथि रामेश्वर प्रसाद वशिष्ठ रहे। कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र कुमार जौली ने किया।

शनिवार, 9 फ़रवरी 2013

सरस्वती परिवार की कवि गोष्ठी
                        दिनाँक 27 जनवरी, 2013 ई0 को सरस्वती परिवार की ओर से ओम आचार्य जी के निवास स्थान माता मन्दिर के सामने लाइनपार, मुरादाबाद में कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में रचनाकारों ने देशभक्ति, पर्यावरण, महंगाई, बेरोजगारी आदि विषयों पर रचनाएँ प्रस्तुत की। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई। सरस्वती वन्दना रामसिंह नि:शंक द्वारा प्रस्तुत की गई।
                      कार्यक्रम मेँ विकास मुरादाबादी, अम्बरीष गर्ग, जितेन्द्र कुमार जौली, वीरेन्द्र ब्रजवासी, सतीश सार्थक, परवाना कुहाड़िया, अंकित गुप्ता अंक, मनोज मनु, रामदत्त द्विवेदी, आचार्य रवि शास्त्री, अवनीश सिंह चौहान, कृष्ण कुमार नाज़, ओमकार सिंह ओंकार, योगेन्द्र वर्मा व्योम आदि ने काव्यपाठ किया। 
                     कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ0 प्रेमवती उपाध्याय ने की। मुख्य अतिथि रामदत्त द्विवेदी तथा विशिष्ट अतिथि अशोक विश्नोई रहे। संचालन डॉ0 ओमाचार्य ने किया।

जनवादी लेखक संघ की रचना-गोष्ठी

जनवादी लेखक संघ की रचना-गोष्ठी

                        दिनाँक 27 जनवरी, 2013 को जनवादी लेखक संघ की ओर से जिगर कालोनी में रचना-गोष्ठी आयोजित की गई। रचनाकारों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से माहौल को आनन्दमय बना दिया। कार्यक्रम में योगेन्द्र वर्मा व्योम, कृष्ण कुमार नाज़, अंकित गुप्ता अंक, सतीश सार्थक, रामदत्त द्विवेदी, शिशुपाल मधुकर, ज़िया ज़मीर आदि ने रचना पाठ किया।
                       कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ0 अजय अनुपम ने की। मुख्य अतिथि अशोक विश्नोई तथा विशिष्ट अतिथि ओमकार सिंह ओंकार रहे। संचालन राजीव सक्सेना ने किया। 

रामनगर गंगपुर का कवि-सम्मेलन

रामनगर गंगपुर का  कवि-सम्मेलन

                                     दिनाँक 26 जनवरी, 2013 को माँ भगवती धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था की ओर से रामनगर गंगपुर, बिलारी, मुरादाबाद में कवि-सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यर्पण करके की गयी।
जितेन्द्र कुमार जौली
                                     कार्यक्रम में कृष्ण कुमार नाज़ को कौशल्या-गंगाराम स्मृति सम्मान तथा प्रतीक यादव को ग्राम गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कवियों ने देशभक्तिपूर्ण एवं हास्य-व्यंग्य की रचनाएँ प्रस्तुत की। 
कृष्ण कुमार नाज़ को कौशल्या-गंगाराम स्मृति सम्मान सम्मानित
                                     काव्यपाठ करने वालो में रवि चतुर्वेदी, जितेन्द्र कुमार जौली, वीरेन्द्र ब्रजवासी, कृष्ण कुमार नाज़, मूलचन्द राज सतीश सार्थक, ओमकार सिंह ओंकार शामिल रहे। मुख्य अतिथि मंजू यादव रहीं। संचालन मूलचन्द राज ने किया एवं आभार ग्राम प्रधान रमेश यादव ने व्यक्त किया।


शनिवार, 2 फ़रवरी 2013

नागरिक सुरक्षा कोर का कवि-सम्मेलन

नागरिक सुरक्षा कोर का  कवि-सम्मेलन

अशोक विश्नोई
                           दिनाँक 26 जनवरी, 2013 को नागरिक सुरक्षा कोर की ओर से मुरादाबाद में कवि-सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कवियों ने देशभक्तिपूर्ण रचनाएँ प्रस्तुत की। काव्यपाठ करने वालो में रवि चतुर्वेदी, जितेन्द्र कुमार जौली, वीरेन्द्र ब्रजवासी, अंकित गुप्ता अंक, सतीश सार्थक, शिशुपाल मधुकर आदि शामिल रहे।
                          
                     कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक विश्नोई ने की। मुख्य अतिथि चीफ वार्डन अकरम शमशी रहे। संचालन राकेश जायसवाल ने किया एवं आभार अशोक नागपाल ने व्यक्त किया।

अखिल भारतीय साहित्य कला मंच द्वारा साहित्यकार सम्मान-2013 हेतु प्रविष्ठियाँ आमन्त्रित

अखिल भारतीय साहित्य कला मंच द्वारा साहित्यकार सम्मान-2013 हेतु प्रविष्ठियाँ आमन्त्रित

                                    सम्मान समारोह का आयोजन 8 जून, 2013 से 11 जून, 2013 को काठमान्डू (नैपाल) में किया जायेगा।  हिन्दी के जो साहित्यकार प्रविष्टियाँ भेजना चाहते हैं, वे अपनी साहित्यिक उपलब्धियों के विवरण के साथ प्रकाशित किसी एक विधा की कृति की दो प्रतियाँ, एक रंगीन पासपोर्ट आकार का छायाचित्र और दो लिफाफों पर अपना पता लिखकर एवं पाँच-पाँच रुपये के टिकट लगाकर पंजीकृत डाक से 15 मार्च 2013 तक निम्न पते पर प्रेषित करें-
डॉ0 महेश दिवाकर
(अखिल भारतीय साहित्य कला मंच, मुख्यालय- मुरादाबाद, उ0प्र0)
कार्यालयः सरस्वती भवन, मिलन विहार , देहली राजमार्ग, मुरादाबाद-244001
फोन नं. -9927383777 (अध्यक्ष), 09319618169, 9897038128
(महासचिव)

अधिक जानकारी के लिए नीचे दिया गया पत्रक पढ़े- 

साहित्यकार अजय अनुपम सम्मानित

साहित्यकार अजय अनुपम सम्मानित

                                आज दिनाँक 19 जनवरी 2013 को मानसरोवर कन्या इण्टर कालेज नवीन नगर मुरादाबाद में 8 वां स्व0 शकुन्तला प्रकाश गुप्ता साहित्य एवं कला विभूति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के सम्मुख दीप-प्रज्जवलन के साथ की गई। सम्मान समारोह में साहितय सेवा के लिए वरिष्ठ साहित्यकार अजय अनुपम एवं नृत्य की कथक विधा के लिए इन्द्र कुमार को स्व0 शकुन्तला प्रकाश गुप्ता साहित्य एवं कला विभूति सम्मान सम्मानित किया गया। 
साहित्यकार अजय अनुपम सम्मानित
                                सम्मान स्वरूप प्रतीक चिन्ह, शॉल एवं श्रीफल प्रदान किया गया। इस अवसर पर विनय निगम एवं पंडित सुधीर व्यास द्वारा सुन्दर भजनो की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता लक्ष्मण प्रसाद खन्ना ने की। मुख्य अतिथि आयकर आयुक्त डॉ0 रमेश कुमार तथा विशिष्ट अतिथि आदित्य श्रीवास्तव रहे। कार्यक्रम का संचालन विवेक निर्मल ने किया।
                                इस अवसर पर जुगनू जादूगर, रामसिंह निःशंक, संजीव आकांक्षी, जितेन्द्र कुमार जौली, अंकित गुप्ता अंक, अशोक विश्नोई, ओमकार सिंह ओंकार, विकास मुरादाबादी आदि उपस्थित रहे।

मकर संक्रान्ति पर राष्ट्रीय भाषा हिन्दी प्रचार समिति की कवि गोष्ठी

मकर संक्रान्ति पर राष्ट्रीय भाषा हिन्दी प्रचार समिति की कवि गोष्ठी

                                  14 जनवरी 2013 को राष्ट्रीय भाषा हिन्दी प्रचार समिति की ओर से मकर संक्रान्ति के पावन पर्व पर विश्नोई धर्मशाला, लाइनपार, मुरादाबाद मेँ कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके की गयी।
                                 कार्यक्रम में रामसिंह निःशंक, योगेंद्र विश्नोई, जितेन्द्र कुमार जौली, अंकित गुप्ता अंक, कृपाल सिंह धीमान, ओमकार सिंह ओंकार, विकास मुरादाबादी, रामेश्वर प्रसाद वशिष्ट आदि ने काव्यपाठ किया। इस अवसर पर गरीबों को कम्बल वितरित किये गये तथा खिचड़ी भोज भी कराया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक विश्नोई ने की। मुख्य अतिथि धवल दीक्षित तथा विशिष्ट अतिथि रमेश कृष्ण रहे। संचालन अम्बरीश गर्ग ने किया।

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हिन्दी साहित्य संगम की कवि गोष्ठी

हिन्दी साहित्य संगम की कवि गोष्ठी
                                      दिनाँक 6 जनवरी, 2013 को हिन्दी साहित्य संगम की ओर से आकाँक्षा विद्यापीठ मिलन विहार, मुरादाबाद में कवि-गोष्ठी आयोजित की गयी। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई। इसके बाद रचनाकारों ने काव्यपाठ किया।
रामसिंह नि:शंक
मूलचन्द राज ने                 "अब तो यारो करनी होगी, क्रान्ति युद्ध की तैयारी।
                                         मैं बारूदी गीत लिखूँगा, तुम दिखलाना चिंगारी॥"
ओमकार सिंह ओंकार ने   "जीवन में बड़ी उलझने हैं, बात करें सुलझाने की।
                                        संयुक्त युक्ति भी निकलेगी, जग से संताप मिटाने की॥" 
उदय अस्त ने                   "बुझा हुआ सा सत्य है, झूठ रहा मुस्काय।
                                        घोटाले लगने लगे, जीवन का पर्याय॥"
 अम्बरीश गर्ग ने              "धुंध से सब कुन्द है, कोहरे का कोहराम है।
                                        सूर्य देवता नहीं दिखे, उनका तो विश्राम है॥" रचनाएँ पढ़ी। 
कार्यक्रम मे विकास मुरादाबादी, रामसिंह नि:शंक, मनोज मनु, अंकित गुप्ता अंक, रामदत्त द्विवेदी, जितेन्द्र कुमार जौली आदि ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री अम्बरीश गर्ग ने की। मुख्य अतिथि रघुराज सिंह निश्चल तथा विशिष्ट अतिथि योगेन्द्रपाल सिंह विश्नोई रहे। कार्यक्रम का संचालन योगेन्द्र वर्मा व्योम ने किया।

मुरलीधर को प्रो0 महेन्द्र प्रताप सम्मान

मुरलीधर को प्रो0 महेन्द्र प्रताप सम्मान

दिनाँक 14 अक्टूबर, 2012 को साहित्यिक  संस्था अंतरा की ओर से हरगुलाल बिल्डिंग कटरा नाज मुरादाबाद में आयोजित कवि गोष्ठी में महाराष्ट्र से पधारे मुरलीधर पाण्डेय को प्रो0 महेन्द्र प्रताप स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हे सम्मान स्वरुप अंगवस्त्र, मानपत्र, श्रीफल तथा प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया। इस अवसर पर आयोजित कवि गोष्ठी में  जिया जमीर, योगेन्द्र वर्मा व्योम, के0के0सक्सेना, ओंकार सिंह ओंकार, कृष्ण कुमार नाज़, रघुराज सिंह निश्चल, अजय अनुपम, उदय अस्त आदि ने काव्यपाठ किया। अध्यक्षता प्रोफेसर ओमराज तथा संचालन सुप्रीत गोपाल तथा पूनम श्रीवास्तव ने किया।