बुधवार, 29 फ़रवरी 2012

हौसले से कदम तो बढ़ा दीजिये

 हौसले से कदम तो बढ़ा दीजिये

वीरेन्द्र सिंह 'ब्रजवासी'

दूर ही से ज़रा मुस्कुरा दीजिये,
बीती बातों को दिल से भुला दीजिये।

राह मुश्किल है लेकिन असंभव नही,
हौसले से कदम तो बढ़ा दीजिये।

कब तलक रूठने की कसम खाई है,
कोई मुद्दत भी हमको बता दीजिये।

दुश्मनी का सबक बन्द करके यहाँ,
प्यार का पाठ सबको सिखा दीजिये।

सिर्फ अपनो की ख़ातिर गरजना ही क्या,
सबकी खातिर बरस कर दिखा दीजिये।

साथ चलना है दिल से चलो उम्र भर,
एक दस्तूर ऐसा बना दीजिये।

-वीरेन्द्र सिंह 'ब्रजवासी'
बुद्धि विहार, मुरादाबाद।