शुक्रवार, 23 नवंबर 2012

अखिल भारतीय साहित्य कला मंच: साहित्यकार सम्मान समारोह- 2012

                                   14 अक्टूबर, 2012; अखिल भारतीय साहित्य कला मंच, उ.प्र. (भारत) द्वारा आयोजित साहित्य समारोह में मंच द्वारा हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में विविध उपलब्धियों के लिए तीस विभूतियों को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का समारम्भ मुख्य अतिथि डॉ. दीनानाथ सिंह (मुंगेर), कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रख्यात हिन्दी सेवी डॉ. राम अवतार शर्मा, (आगरा), विशिष्ट अतिथि डॉ. तंकमणि अम्मा, (केरल); डॉ. निजामुद्दीन (जम्मू व कश्मीर) और डॉ. अंजना संधीर, (अहमदाबाद) द्वारा सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन करने के साथ हुआ। तत्पश्चात सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की।मंच के संरक्षक श्री लक्ष्मण प्रसाद अग्रवाल (मुरादाबाद), श्री राजकुमार अग्रवाल और श्री मनोज कुमार अग्रवाल (चाँदपुर) ने मुख्य अतिथि, कार्यक्रम अध्यक्ष, और विशिष्ट अतिथियों को बैज लगाकर एवं माल्यार्पण करके स्वागत किया। स्वागत भाषण श्री मनोज कुमार अग्रवाल, संरक्षक-मंच ने प्रस्तुत किया।

                                  कार्यक्रम के प्रारम्भ में कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. रामअवतार शर्मा (आगरा), और मुख्य अतिथि डॉ. दीनानाथ सिंह, द्वारा डॉ कमलेश, की शोधकृति 'रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के हिन्दी प्राध्यापकों का हिन्दी को योगदान', डॉ. जयति देवी की शोधकृति 'शमशेर की साहित्य साधना' और डॉ. शीनुल इस्लाम मलिक की शोध-कृति- ‘कालिदास के नाटकों में पर्यावरण चेतना’ तथा डॉ. महेश ‘दिवाकर’, डॉ. रामगोपाल भारतीय और डॉ. मीना कौल द्वारा सम्पादित ‘उत्तर प्रदेश के साहित्यकार- भाग-2’, डॉ. महेश ‘दिवाकर’, डॉ. मीना कौल तथा डॉ. अभय कुमार द्वारा लिखित ‘हिन्दी गीत काव्य के विविध सोपान’, डॉ. मंजू चैहान की शोधकृति ‘गोपालदास ‘नीरज’ के काव्य में जीवन मूल्य’ और डॉ. महेश ‘दिवाकर’ और डॉ.मीना कौल द्वारा सम्पादित ‘भ्रष्टाचार के विरूद्ध’ का लोकार्पण किया गया। 

                              तत्पश्चात् साहित्य सृजन हेतु डॉ. तंकमणि अम्मा, तिरूअनंतपुरम्; डॉ. अमरनाथ, कोलकाता; डॉ. जी. पद्मजा देवी, तिरूपति; डॉ. सुरेश माहेश्वरी, अमलनेर; डॉ. सुरपनेनि शेषारत्नम्, विशाखापट्टनम; श्री मुरलीधर पाण्डेय, मुम्बई; डॉ. सी.मणिकन्ठम्, चेन्नै; डॉ. सूर्यदीन यादव, नाडियाड़; डॉ. रामअवतार शर्मा, आगरा; डॉ. दीनानाथ सिंह, मुंगेर; डॉ. निजामुद्दीन, श्रीनगर; डॉ. एम. रंगैय्या, सिकन्दराबाद; डॉ. देवेनचन्द्रदास ‘सुदामा’, गुवाहाटी; डॉ. बी. पी. फिलिप, कोहिमा; डॉ. अंजना संधीर, अहमदाबाद; डॉ. रीता सिंह, कुल्लू; डॉ. आलोक कुमार रस्तोगी, दिल्ली; डॉ. संदीप अवस्थी, अजमेर; डॉ. अमृतलाल मदान, कैथल; श्री अशोक सिंघई, भिलाईनगर; डॉ. बीना बुदकी, गाजियाबाद; श्री आद्याप्रसाद सिंह ‘प्रदीप’, सुल्तानपुर; श्री मनोज कुमार ‘मनोज’, मेरठ; श्री वीरेन्द्र ‘आस्तिक’, कानपुर; श्री जगदीशप्रसाद बरनवाल, आज़मगढ़; श्री सुनील कुमार शर्मा, मुरादाबाद; डॉ. रामेश्वरप्रसाद गुप्त, दतिया; श्री शचीन्द्र भटनागर, मुरादाबाद; श्री ज्ञानस्वरूप सक्सैना ‘कुमुद’, बरेली; श्री मनोज ‘अबोध’, बिजनौर; और श्री रूपनारायण सोनकर, मसूरी को मंच की ओर से विविध सम्मानों से सम्मानित /पुरस्कृत किया गया। उन्हें शाल, प्रतीक चिन्ह, सम्मान पत्र और नकद राशि भेंट की गयी। 

                             इसी अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. रामअवतार शर्मा ने ‘भारतीय संसद और हिन्दी की भूमिका’ पर बोलते हुए कहा कि आजादी के बाद से ही भारतीय लोकसेवकों की राजनीतिक अदूरदर्शिता के कारण हिन्दी निरन्तर उपेक्षित हो रही है। उन्होंने साहित्यकारों का आह्नान किया कि वे सरकार की हिन्दी विरोधी नीतियों का खुलकर विरोध करें। मुख्य अतिथि डॉ. दीनानाथ सिंह ने ‘हिन्दी की दशा एवं दिशा’ पर अपना वक्तव्य देते हुए हिन्दी की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और दक्षिण के साहित्यकारों की उपेक्षा की ओर भी इंगित किया। विशिष्ट अतिथि डॉ. तंकमणि अम्मा, ने भी साहित्य के महत्व और साहित्यकार के दायित्व को उद्घाटित किया। विशिष्ट अतिथि डॉ. अंजना संधीर ने वैश्विक एकता में हिन्दी साहित्य की महत्ता और साहित्यकार के दायित्व पर प्रकाश डाला और विशिष्ट अतिथि डॉ. निजामुद्दीन ने जम्मू एवं कश्मीर में हिन्दी की दशा एवं दिशा पर प्रकाश डाला। कानपूर से पधारे वीरेंद्र आस्तिक ने कहा- 'प्रतिवर्ष हिन्दी पखवाड़ा मनाया जाता है जोकि अब एक कर्मकांड में बदल चुका है। क्योंकि उस दिन हम जो भी संकल्प लेते है उसे दूसरे दिन ही भूल जाते हैं। अब हिन्दी दिवस पर न कोई विशेष सक्रियता दिखाई पड़ती है और न ही उसके प्रति कोई प्रतिबद्धता या जवाबदेही। योजनाएँ सिर्फ कागज़ तक ही सीमित रह जाती हैं।' डॉ. अमरनाथ (कोलकाता) ने कहा- ' हिन्दी विकीपीडिया पर चौथे स्थान पर है और यदि भारत की सभी बोलियों को हिन्दी के साथ जोड़कर देखा जाये तो यह विश्व में प्रथम स्थान प्राप्त कर लेगी। डॉ. रीता सिंह ने कहा- 'हिन्दी हम सब की भाषा है और इसके उत्थान के लिए हम सभी को प्रयास करने होंगे। इस अवसर पर सम्मानित साहित्यकारों ने संस्कृति एवं साहित्य के संवर्धन में साहित्यकारों की भूमिका को बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ अम्बरीष कुमार गर्ग एवं विवेक निर्मल ने संयुक्त रूप में किया। आभार संस्थापक अध्यक्ष- डॉ. महेश ‘दिवाकर’ ने किया। 

                                समारोह में इस अवसर पर अनेक प्रान्तों के साहित्यकार मौजूद थे। प्रो. रामप्रकाश गोयल (बरेली); डॉ. परमेश्वर गोयल (पूर्णिया); डॉ. प्रभा कपूर, डॉ. पी. के. शुक्ल, डॉ. विनोद कुमार पाण्डेय (मुरादाबाद); डॉ शमा परवीन; डॉ. मनीषा मित्तल; डॉ. अरूण रानी (चाँदपुर); रवीन्द्र मोहन ‘अनगढ़’; रामप्रकाश ‘ओज’, डॉ. मीना कौल (मुरादाबाद); डॉ. दिनेश चमोला (देहरादून), डॉ. ऋजु पंवार (मेरठ); रमेश सोबती (फगवाड़ा);डॉ. विनोद कुमार ‘प्रसून’ (नोयडा); डॉ. सुनील अग्रवाल (चन्दौसी); डॉ. रघुवीरशरण शर्मा (रामपुर); अनिल शर्मा ‘अनिल’ (धामपुर); सत्यपाल सत्यम, समीर मण्डल, डॉ. सुधाकर ‘आशावादी’, सुमनेश ‘सुमन’, कौशल कुमार, श्री अनिल सिसौदिया, (मेरठ); डॉ. आर.सी.शुक्ला, डॉ. दीपक बुदकी, डॉ. गंगेश गुंजन, अशोक ज्योति (नई दिल्ली), डॉ. नीरू कपूर, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. चन्द्रभान सिंह यादव, डॉ. मुकेश कुमार गुप्ता, पुष्पेन्द्र वर्णवाल, माहेश्वर तिवारी, ब्रजभूषण सिंह गौतम ‘अनुराग’, डॉ. मयंक पंवार, डॉ. अभय कुमार, डॉ. स्वाति पंवार, डॉ. अनुराधा पंवार, महेश पाल सिंह राघव, योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई, रामलाल ‘अन्जाना’, वीरेन्द्र ‘बृजवासी’, अशोक विश्नोई, मीना नकवी, राजीव सक्सेना, ओंकार सिंह ओंकार, आनन्द गौरव, कृष्ण कुमार नाज़, चन्द्रशेखर ‘मयूर’, सतीश फ़िगार, श्री योगेन्द्र ‘व्योम’, जिया जमीर, ओमराज, श्री अतुल जौहरी, श्री शिवशंकर यजुर्वेदी, फक्कड़ मुरादाबादी, विवेक ‘निर्मल’, जितेन्द्र जौली, अवनीश सिंह चैहान आदि साहित्यकार उपस्थित थे। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में स्थानीय और बाहर से आये साहित्यकारों की कविगोष्ठी भी आयोजित की गयी। आभार अभिव्यक्ति संस्था के संस्थापक-अध्यक्ष, कर्मयोगी-साहित्यकार डॉ. महेश दिवाकर जी ने की।

शनिवार, 13 अक्तूबर 2012

अखिल भारतीय साहित्य कला मंच करेगा साहित्यकारों को सम्मानित

अखिल भारतीय साहित्य कला मंच करेगा साहित्यकारों को सम्मानित
                                  अखिल भारतीय साहित्य कला मंच द्वारा दिनाँक 14 अक्टूबर, 2012 को शहनाई मण्डप, मुरादाबाद में 26 वे वार्षिक साहित्य समारोह का आयोजन किया जायेगा। पुस्तकों का लोकार्पण, साहित्यकार सम्मान एवं कवि गोष्ठी कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहेंगी। मंच के संस्थापक अध्यक्ष डॉ0 महेश दिवाकर ने बताया कि इस वर्ष 30 साहित्यकारों को सम्मानित किया जायेगा।
                                 इस बार केरल के डॉ0 टंकमणि अम्मा, कोलकाता के डॉ0 अमरनाथ, आंध्र प्रदेश की डॉ0 जी0पद्‌मजा देवी, महाराष्ट्र के डॉ0 सुरेश माहेश्वरी, विशाखापट्टनम्‌ के डॉ0 सुरपनेनि शेषारत्नम्‌, मुम्बई के श्री मुरलीधर पाण्डेय, चेन्नई के डॉ0 सी मणिकंठन, गुजरात के डॉ0 सूर्यदीन यादव, आगरा के डॉ0 रामावतार शर्मा, बिहार के डॉ0 दीनानाथ सिंह, जम्मू कश्मीर के डॉ0 निज़ामुद्दीन, सिकन्दराबाद के डॉ0 एम0 रंगैय्या, असम के डॉ0 देवेनचन्द्रदास सुदामा, नागालैण्ड के डॉ0 बी0पी0 फिलिप, अहमदाबाद के डॉ0 अंजना संधीर, हिमाचल प्रदेश की डॉ0 रीता सिंह, दिल्ली के डॉ0 आलोक कुमार रस्तोगी, हरियाणा के डॉ0 अमृतलाल मदान, छत्तीसगढ़ के श्री अशोक सिंधई, गाजियावाद कीडॉ0 बीना बदुकी, सुल्तानपुर के श्री आद्याप्रसाद सिंह प्रदीप, मेरठ के श्री मनोज कुमार मनोज, कानपुर के श्री वीरेन्द्र आस्तिक, आजमगढ़ के श्री जगदीशप्रसाद बरनवाल कुंद, मुरादाबाद के श्री सुशील कुमार शर्मा, भोपाल के श्री कुंवर किशोर टंडन, मुरादाबाद के श्री शचीन्द्र भटनागर, बरेली के श्री ज्ञानस्वरूप सक्सेना कुमुद, लखनऊ के श्री मुनुवा सिंह चौहान, तथा मंसूरी के श्री रूपनारायण सोनकर को सम्मानित किया जायेगा। 
                              सभी रचनाकारो को सम्मान स्वरूप मानपत्र, शॉल, प्रतीक चिन्ह तथा नकद धनराशि भी दी जायेगी। 

हिन्दी साहित्य संगम का लोकार्पण समारोह

हिन्दी साहित्य संगम का लोकार्पण समारोह   
                             दिनाँक 7 अक्टूबर, 2012 को हिन्दी साहित्य संगम की ओर से मिलन विहार में कवि-गोष्ठी एवं लोकार्पण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई। इसके बाद कवि-गोष्ठी में रचनाकारों ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम में मुरादाबाद साहित्यकार दूरभाष निर्देशिका का लोकार्पण किया गया। दूरभाष निर्देशिका मुरादाबाद के 62 साहित्यकारों के मोबाइल एवं टेलीफोन नम्बरों तथा पतों का संकलन है, जिन्हे योगेन्द्र वर्मा व्योम द्वारा संकलित किया गया है।
                            कार्यक्रम मेँ विकास मुरादाबादी, रामसिंह नि:शंक, योगेन्द्र वर्मा व्योम, यू0पी0 सक्सेना, विजय सिंह, रामदत्त द्विवेदी, रघुराज सिंह निश्चल, ओमकार सिंह ओंकार, गिरीश चन्द्र गुप्ता आदि ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ0 महेश दिवाकर ने की। मुख्य अतिथि मीना नक़वी तथा विशिष्ट अतिथि राजीव सक्सेना और आनन्द गौरव रहे। कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र कुमार जौली ने किया।

शुक्रवार, 12 अक्तूबर 2012

हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर आनन्द गौरव सम्मानित

हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर आनन्द गौरव सम्मानित
                                    
                   आज दिनाँक 13 सितम्बर, 2012 को मुरादाबाद की 6 साहित्यिक संस्थाओं हिन्दी साहित्य संगम, काव्य संदेश, सरस्वती परिवार, उत्कर्ष, अक्षरा और मिलन की ओर से हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर दिव्य सरस्वती बालिका इण्टर कॉलिज, लाइनपार मुरादाबाद में हिन्दी दिवस समारोह मनाया गया। कार्यक्रम में मुरादाबाद के प्रसिद्ध उपन्यासकार और गीतकार श्री आनन्द कुमार को साहित्य गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया तथा 'आधुनिक समय में हिन्दी की दशा एवं दिशा' विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
                                       इसके बाद कवि गोष्ठी का आयोजित की गयी, जिसमें ओमाचार्या, प्रेमकुमारी कटियार, प्रेमवती उपाध्याय, जितेन्द्र कुमार जौली, अम्बरीश गर्ग, रामदत्त द्विवेदी, रघुराज सिंह निश्चल, विकास मुरादाबादी, वीरेन्द्र ब्रजवासी, विवेक निर्मल, अनुराग गौतम आदि ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माहेश्वर तिवारी तथा संचालन योगेन्द्र वर्मा व्योम ने किया।

साहित्यकार का लोकार्पण

साहित्यकार का लोकार्पण
साहित्यकार का लोकार्पण
                                         दिनाँक 9 सितम्बर, 2012 को आकाँक्षा विद्यापीठ इण्टर कॉलिज मिलन विहार, मुरादाबाद में निरुपमा प्रकाशन मेरठ द्वारा प्रकाशित तथा मुकेश नादान द्वारा सम्पादित काव्यकृति साहित्यकार का लोकार्पण किया गया। 
                                         कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा सरस्वती वन्दना से की गई। पुस्तक में मुरादाबाद के रचनाकार रघुराज सिंह निश्चल सहित पाँच रचनाकारो की रचनाएँ प्रकाशित की गई हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सतीश फिगार ने की। मुख्य अतिथि राजीव सक्सेना एवं मुकेश नादान तथा विशिष्ट अतिथि अशोक विश्नोई रहे। संचालन अम्बरीश गर्ग ने किया ।
                                         इसके बाद आयोजित कवि गोष्ठी में विकास मुरादाबादी, रामसिंह नि:शंक, योगेन्द्र वर्मा व्योम, यू0पी0 सक्सेना, जितेन्द्र कुमार जौली, रामदत्त द्विवेदी, रघुराज सिंह निश्चल, ओमकार सिंह ओंकार आदि ने काव्यपाठ किया।

मंगलवार, 4 सितंबर 2012

हिन्दी साहित्य संगम की कवि गोष्ठी

हिन्दी साहित्य संगम की कवि गोष्ठी 
                                   दिनाँक 2 सितम्बर, 2012 ई0 को हिन्दी साहित्य संगम की ओर से मिलन धर्मशाला, मिलन विहार, मुरादाबाद में मासिक कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में रचनाकारों ने अंतर्मन को छू जाने वाली भावनाओं से ओत-प्रोत रचनाओं का पाठ किया। रचनाकारों ने काव्यपाठ के द्वारा मुरादाबाद में जलभराव एवं वर्षा से सम्बन्धित रचनाएँ प्रस्तुत की।
                                  कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई। सरस्वती वन्दना वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी द्वारा प्रस्तुत की गई।  कार्यक्रम मेँ विकास मुरादाबादी, रामसिंह नि:शंक, योगेन्द्र वर्मा व्योम, यू0पी0 सक्सेना, दयाराम पुरुषार्थी, अतुल जौहरी, रामदत्त द्विवेदी, के0के0 सक्सेना, रघुराज सिंह निश्चल, ओमकार सिंह ओंकार, गिरीश चन्द्र गुप्ता आदि ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सतीश गुप्ता फ़िगार ने की। मुख्य अतिथि अशोक विश्नोई तथा विशिष्ट अतिथि विकास मुरादाबादी रहे। कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र कुमार जौली ने किया।

मंगलवार, 28 अगस्त 2012

माहेश्वर तिवारी साहित्यादित्य सम्मान से सम्मानित

माहेश्वर तिवारी साहित्यादित्य सम्मान से सम्मानित  
                                   
माहेश्वर तिवारी कोसाहित्यादित्य सम्मान से सम्मानित किया गया
                                    दिनाँक 26 अगस्त, 2012 ई0 को मुरादाबाद की 7 साहित्यिक संस्थाओं अक्षरा, विप्रा कला साहित्य मंच, परमार्थ, अंतरा, हिन्दी साहित्य संगम,  साहित्य सदन, राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति की ओर से कम्पनी बाग स्थित प्रेस क्लब मुरादाबाद में श्री माहेश्वर तिवारी को आकाशवाणी के केन्द्रीय संग्रहालय में आर्काइव के रुप में विशेष उपलब्धि के लिए  साहित्यादित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। 
                                   कार्यक्रम की शुरुआत माँ शारदे के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई। सरस्वती वन्दना वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता शचीन्द्र भटनागर ने की तथा मुख्य अतिथि डॉ0 बुद्धिनाथ मिश्र रहे। कार्यक्रम का संचालन आनन्द गौरव ने किया।  शचीन्द्र भटनागर, मीना नक़वी, अजय अनुपम, विकास मुरादाबादी, शिव अवतार सरस, विवेक निर्मल, जितेन्द्र कुमार जौली, प्रेमवती उपाध्याय, अशोक विश्नोई, रामदत्त द्विवेदी, योगेन्द्र वर्मा व्योम आदि लोग मौजूद थे।


श्री मूलचन्द 'राज'

परिचय-श्री मूलचन्द 'राज'
जन्मतिथि : 25 जून, 1971 ई0 
श्री मूलचन्द 'राज'
जन्मस्थान : ग्राम रामनगर गंगपुर, बिलारी, जिला मुरादाबाद (उ0प्र0) 
पिता : स्व0 श्री गंगाराम माता : स्व0 श्रीमती कौशल्या 
शिक्षा : इण्टरमीडिएट 
लेखन की विधाएँ : कहानी, कविता, मुक्तक, लेख, गीत, ग़ज़ल आदि 
प्रकाशन : अनेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित 
पुरस्कार तथा सम्मान : अनेक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा युवा सृजन, साहित्य श्री आदि सम्मानों से सम्मानित 
सम्बद्धता : परमार्थ, मिलन, प्रणाम आदि संस्थापक : स्वामी विवेकानन्द बाल माध्यमिक विद्यालय शिक्षा समिति, कौशल्या गंगाराम साहित्यिक संस्था, मां भगवती धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक समिति।  
पता :  ग्राम रामनगर गंगपुर, पो0 मंगूपुरा, तह0 बिलारी, जिला मुरादाबाद (उ0प्र0) 
सम्पर्क सूत्र : 9760485376

MR. MOOLCHAND RAAZ

भारत रक्षा सेना साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच का गठन

भारत रक्षा सेना साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच का गठन
                                    भारत रक्षा सेना की कोर्ट रोड कैम्प कार्यालय पर हुई बैठक में भारत रक्षा सेना साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच का गठन किया गया। मंच के लिए साहित्यकार अम्बरीश गर्ग को अध्यक्ष एवं योगेन्द्र वर्मा व्योम को महामंत्री नियुक्त किया गया है।
                                     रघुराज सिह निश्चल, योगेन्द्रपाल सिंह विश्नोई, वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी, शिव अवतार सरस, रामदत्त द्विवेदी, ओंमकार सिंह ओंकार, काले सिंह को उपाध्यक्ष, सतीश फ़िगार, योगेन्द्र सिंह चमन, रामसिंह निशंक, उदय प्रकाश सक्सेना, सतीश सार्थक, फक्कङ मुरादाबादी, मीना नक़वी, पूनम बंसल, अंजू अग्रवाल, संध्या गोयल, मनोज मनु, भारती रस्तोगी को मंत्री नियुक्त किया गया। 
                                    संगठन मंत्री कृष्ण कुमार नाज़, शिशुपाल मधुकर, प्रचार मंत्री विवेक निर्मल, जितेन्द्र कुमार जौली, मीडिया प्रभारी अतुल जौहरी और आंकित गुप्ता अंक को बनाया गया है। सेना के महामंत्री निमित्त जायसवाल ने बताया कि अगले माह हिन्दी दिवस पर साहित्यिक और सामाजिक दर्पण स्मारिका का विमोचन का विमोचन किया जाएगा। 

                                

गुरुवार, 16 अगस्त 2012

श्री ज़िया ज़मीर

परिचय- श्री ज़िया ज़मीर
श्री ज़िया ज़मीर

जन्मतिथि : 7 जुलाई, 1977 ई.
जन्मस्थान : साहरनपुर (उ.प्र.)
पिता का नाम : श्री ज़मीर दरवेश (मशहूर शायर)
माता का नाम : श्रीमती मेराज ख़ातून 
पत्नी का नाम : श्रीमती तसर्रुफ ज़िया 
शिक्षा : एम.एस-सी, एल. एल. बी.,एम.ए.(उर्दू) 
अभिरूचि (हॉबी) : शायरी, स्कैचिंग 
लेखन कार्य : 2001 ई0 से निरन्तर
लेखन की विधाएँ : नात, ग़ज़ल, नज़्म, दोहा, माहिया, कहानी, समीक्षा एवं आलोचनात्मक लेख। 
प्रकाशन : ख़्वाब ख़्वाब लम्हे (ग़ज़लें) 2010, दिल मदीने में है (ना'तें) 2014, अनेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित
सम्पादन : उरूज (प्रकाशाधीन)
संप्रति : कर अधिवक्ता
पुरस्कार तथा सम्मान : बिहार उर्दू अकादमी सम्मान, उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी सम्मान, हम्दो ना'त फाउंडेशन सम्मान सहित अनेक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित
सम्बद्धता : अध्यक्ष - उरूज कल्चरल फाउंडेशन मुरादाबाद, सचिव - जिगर मुरादाबादी फाउंडेशन मुरादाबाद। 
पता : ई-13/1,लक्ष्मी विहार, हिमगिरी कालोनी, कांठ रोड, मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)
सम्पर्क सूत्र : 08755681225
ई-मेल : ziazameer2012@gmail.com
फेसबुक प्रोफाइल : www.facebook.com/ziazamir
twitter प्रोफाइल : www.twitter.com/ ziazameer1977



Updated on 29 June, 2017

ग़ज़ल

जर्द पत्ते थे हमें और क्या कर जाना था
तेज आंधी थी मुक़ाबिल सो बिखर जाना था।

वो भी जब तरके-ताल्लुक पे पशेमान न था
तुमको भी चाहिए यह था कि मुकर जाना था।

क्यूँ भला कच्चे मकानों का तुम्हें आया ख्याल
तुम तो दरिया थे तुम्हे तेज गुजर जाना था।

हम कि हैं क़ाफला सालारों के मारे हुए लोग
आज भी यह नहीं मालूम किधर जाना था।

इश्क में सोच समझकर नहीं चलते साँई
जिस तरफ उसने बुलाया था उधर जाना था।

क्या खबर थी कि यहाँ मेरी जरूरत होगी
हमने तो बस दर-ओ-दीवार को घर जाना था।

ऐसी हसरत थी सफर की कि 'जिया' मंजिल को
हमनें मंजिल नही जाना था, सफर जाना था।
-ज़िया ज़मीर,
जेड बुक डिपो, चौकी हसन खाँ
 मुरादाबाद (उ0प्र0)

ZIA ZAMEER

ग़ज़ल -ज़िया ज़मीर

ग़ज़ल

जर्द पत्ते थे हमें और क्या कर जाना था
तेज आंधी थी मुक़ाबिल सो बिखर जाना था।

वो भी जब तरके-ताल्लुक पे पशेमान न था
तुमको भी चाहिए यह था कि मुकर जाना था।

क्यूँ भला कच्चे मकानों का तुम्हें आया ख्याल
तुम तो दरिया थे तुम्हे तेज गुजर जाना था।

हम कि हैं क़ाफला सालारों के मारे हुए लोग
आज भी यह नहीं मालूम किधर जाना था।

इश्क में सोच समझकर नहीं चलते साँई
जिस तरफ उसने बुलाया था उधर जाना था।

क्या खबर थी कि यहाँ मेरी जरूरत होगी
हमने तो बस दर-ओ-दीवार को घर जाना था।

ऐसी हसरत थी सफर की कि 'जिया' मंजिल को
हमनें मंजिल नही जाना था, सफर जाना था।
-ज़िया ज़मीर,
जेड बुक डिपो, चौकी हसन खाँ
 मुरादाबाद (उ0प्र0)

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श्री कौशल कुमार सक्सेना

परिचय-श्री कौशल कुमार सक्सेना

जन्मतिथि : 1 फरवरी, 1961 ई0
पिता : स्व0 श्री श्यामलाल सक्सेना
शिक्षा : एम0ए0 (समाजशास्त्र एवं राजनैतिक विज्ञान)
लेखन की विधाएँ : कहानी, कविता, मुक्तक, लेख, गीत आदि
प्रकाशन : अनेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित
संप्रति : सीनियर असिस्टेंट (यूनाइटेड इण्डिया इंश्योरेंस मुरादाबाद)
पता : मकान नं0-4A/221 बुद्धि विहार, आवास विकास कालोनी दिल्ली रोड मुरादाबाद (उ0प्र0)
सम्पर्क सूत्र : 08899161320
MR. KAUSHAL KUMAR SAXENA

'वतन को नमन' का लोकार्पण'

'वतन को नमन' का लोकार्पण'
'वतन को नमन' का लोकार्पण'
                                       
                                         11 अगस्त, 2012 को संकेत साहित्यिक संस्था की ओर से फक्कङ मुरादाबादी केकाव्य संग्रह 'वतन को नमन' का सरस्वती विद्या मन्दिर बनवटागंज मुरादाबाद मे लोकार्पण किया गया। मुख्यअतिथि राजीव सक्सेना तथा कार्यक्रम अध्यक्ष पुष्पेन्द्र वर्णवाल ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप जलाकरकार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुरादाबाद के फक्कङ मुरादाबादी की काव्य सर्जना पर चर्चा कीगई। अम्बरीष गर्ग ने कहा कि 'वतन को नमन' की कविताएँ समाज को दिशा देती हैं।
                   इस मौके विकास मुरादाबादी, जितेन्द्र कुमार जौली, योगेन्द्र चमन, योगेन्द्र वर्मा'व्योम, अशोक विश्नोई, रामेश्वर प्रसाद 'वशिष्ठ', फक्कड़ मुरादाबादी, रामदत्त द्विवेदी, रघुराज सिंह निश्चल समेतकई साहित्यकारों ने देशभक्ति रचनाओं का पाठ किया। संचालन अशोक विश्नोई ने किया।
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बुधवार, 20 जून 2012

सतीश सार्थक की काव्य कृति 'प्रेम की सरिता' का लोकार्पण

सतीश सार्थक की काव्य कृति 'प्रेम की सरिता' का लोकार्पण

सतीश सार्थक की काव्य कृति 'प्रेम की सरिता' का लोकार्पण
                              14 जून, 2012 को रेलवे हरथला कालोनी स्थित श्री सनातन धर्म शिव वरदान मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में साहित्यकार सतीश सार्थक द्वारा रचित काव्य कृति प्रेम की सरिता का विमोचन किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन के साथ ही माल्यार्पण कर हुई। माँ सरस्वती की वंदना राजदीप रुहेला द्वारा प्रस्तुत की गई।
                              कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. महेश दिवाकर ने की। राजीव सक्सेना, अजय कुमार जौहरी एवं मक्खन मुरादाबादी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। अपने संबोधन में अतिथियों ने तृतीय काव्य संग्रह के लेखक सतीश सार्थक को बधाई देते हुए कहा कि साहित्यिक गतिविधियों को गति प्रदान करते रहना सहज नहीं है, ऐसे में सार्थक की यह प्रेम की सरिता निश्चित ही सार्थक है।  इस अवसर पर डॉ. महेश दिवाकर ने कहा कि प्रेम को केंद्र में रखकर मुरादाबाद में बहुत ही कम काव्य कृतियाँ प्रकाशित हुईं हैं; ऐसे में यह कृति स्वागत योग्य है। राजीव सक्सेना ने कहा कि यह कृति अपने आप में महत्वपूर्ण है। अवनीश सिंह चौहान ने कहा कि काव्य कृति 'प्रेम की सरिता' गोमुख से निकलकर सागर में विलीन होने तक की दास्ताँ प्रस्तुत करती है।
                             विमोचन के साथ ही कविता पाठ भी हुआ, जिसमें उपस्थित रचनाकारों ने रचना पाठ कर माहौल को काव्यमय बना दिया। इस अवसर पर माधव शर्मा, अतुल जौहरी, विकास मुरादाबादी, रघुराज सिंह निश्चल, योगेन्द्र वर्मा 'व्योम', रामदत्त द्विवेदी, परवाना कुल्हाड़िया, हाशिम हसन, हरी प्रकाश सक्सेना, शिव अवतार सरस आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अशोक विश्नोई एवं कृष्ण कुमार नाज़ ने संयुक्त रूप से किया।

सोमवार, 18 जून 2012

अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन में भाग लेंगे डॉ0 महेश दिवाकर व डॉ0 मीना कॉल

अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन में भाग लेंगे डॉ0 महेश दिवाकर व डॉ0 मीना कॉल

डॉ0 महेश दिवाकर
डॉ0 मीना कॉल
                               मुरादाबाद का साहित्य एवं साहित्यकार नित नई बुलन्दियो को छूते जा रहे हैं। 24 जून से ताशकन्द में आयोजित होने जा रहे अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन में मुरादाबाद शिक्षाविद्‌ व साहित्यकार डॉ0 महेश दिवाकर एवं डॉ0 मीना कॉल शिरकत करेंगे।
                               डॉ0 महेश दिवाकर इस समय गुलाव सिंह हिन्दू महाविद्यालय चाँदपुर स्याऊ में हिन्दी विभाग के अध्यक्ष एवं एसोसिएट प्रोफेसर हैं तथा डॉ0 मीना कॉल महाराजा हरिश्चन्द्र पी0 जी0 कॉलेज मे हिन्दी विभाग की अध्यक्ष हैं। सम्मेलन में दोनो के द्वारा हिन्दी विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किये जाएंगे। इस उपलब्धि पर मुरादाबाद की अनेक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा हर्ष व्यक्त किया गया है तथा दोनो प्रतिभागियों को बधाई दी गई।

शनिवार, 16 जून 2012

राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति की मासिक कवि-गोष्ठी

राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति की मासिक कवि-गोष्ठी

                  14 जून, 2012 को राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति की ओर से जम्भेश्वर विश्नोई धर्मशाला लाईनपार मुरादाबाद मे मासिक कवि-गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके की गयी।
इस अवसर पर कवियो ने चुनाव तथा भाईचारे की भावना से ओतप्रोत एवं समाज के वर्तमान परिपेक्ष्य से सम्बन्धित कविताओँ द्वारा अपने हृदय के उद्गार व्यक्त किये। 24 जून को ताशकन्द में आयोजित होने जा रहे अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन मे मुरादाबाद से शिरकत करने वाले साहित्यकार डॉ0 महेश दिवाकर एवं डॉ0 मीना कॉल को बधाई दी गई। 
                  कार्यक्रम की अध्यक्षता रामेश्वर प्रसाद वशिष्ठ ने की। मुख्य अतिथि डॉ0 महेश दिवाकर, विशिष्ट अतिथि डॉ0 मीना कॉल तथा अति विशिष्ट अतिथि ओमकार सिंह ओंकार रहे। सरस्वती वन्दना रामसिंह निःशंक तथा संचालन अम्बरीष गर्ग ने किया।
                 गोष्ठी मे जितेन्द्र कुमार जौली, योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई, पुष्पेन्द्र वर्णवाल, अशोक विश्नोई, यूपी सक्सेना अस्त, राकेश चक्र, मनोज वर्मा मनु, योगेन्द्र वर्मा व्योम आदि ने काव्यपाठ किया।


मुरादाबाद में हिन्दी भवन बनवाने की मांग की

मुरादाबाद में हिन्दी भवन बनवाने की मांग की
                              
                            दिनाँक 7 जून, 2012 को मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था परमार्थ की ओर से संस्था के नवीन नगर स्थित कार्यालय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
                               इस अवसर पर मुरादाबाद की अन्य प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्थाओं संकेत, काव्य सुधा, अक्षरा, विप्रा, उत्कर्ष, राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, हिन्दी साहित्य संगम, काव्य संदेश आदि के प्रमुख सदस्यों ने भाग लिया। गोष्ठी मेँ उपस्थित साहित्यकारों ने मुरादाबाद मे हिन्दी भवन बनवाए जाने की मांग की। विवेक निर्मल का कहना था कि मुरादाबाद में कोई भी ऐसा स्थान नहीं है, जहाँ साहित्यकार अपना कोई कार्यक्रम कर सकें। अत: मुरादाबाद में हिन्दी भवन बनवाया जाए। हम सभी साहित्यकार वोट उसी मेयर को देंगे, जो हमारी समस्याओँ का समाधान करेगा। अशोक विश्नोई ने कहा कि साहित्यकार समाज को नई दिशा देने में समर्थ होता है। हमे खेद है कि महानगर के साहित्यकार सुविधाओं से वंचित हैं। समी साहित्यकारों ने मेयर चुनाव का बहिष्कार करने की बात कही। गोष्ठी की अध्यक्षता विवेक निर्मल तथा संचालन अशोक विश्नोई ने किया।
                             गोष्ठी में रघुराज सिंह निश्चल, अम्बरीष गर्ग, डॉ0 प्रेमवती उपाध्याय, जितेन्द्र कुमार जौली, राजीव सक्सेना, विकास मुरादाबादी, रामदत्त द्विवेदी, अनन्द गौरव, योगेन्द्र वर्मा व्योम, यू0पी0 सक्सेना, सतीश सार्थक आदि उपस्थित रहे।

सोमवार, 4 जून 2012

हिन्दी साहित्य संगम की कवि गोष्ठी

हिन्दी साहित्य संगम की कवि गोष्ठी

हिन्दी साहित्य संगम की कवि गोष्ठी
                         दिनाँक 3 जून, 2012 ई0 को हिन्दी साहित्य संगम की ओर से गायत्री प्रज्ञा पीठ, मुरादाबाद में मासिक कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में रचनाकारों ने पर्यावरण, महंगाई, बेरोजगारी आदि विषयों पर रचनाएँ प्रस्तुत की।
                         कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई। सरस्वती वन्दना अशोक विश्नोई द्वारा प्रस्तुत की गई।
                         कार्यक्रम मे विकास मुरादाबादी, रामेश्वर प्रसाद वशिष्ठ, शिवावतार सरस, शिशुपाल मधुकर, अंकित गुप्ता अंक, मनोज मनु, रामदत्त द्विवेदी, आचार्य रवि शास्त्री, के0के0 सक्सेना, रघुराज सिंह निश्चल, सत्यपाल सिंह सत्या, ओमकार सिंह ओंकार, योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई आदि ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई ने की। मुख्य अतिथि मीना नक़वी तथा विशिष्ट अतिथि अम्बरीष गर्ग रहे। संचालन जितेन्द्र कुमार जौली ने किया।


रविवार, 3 जून 2012

श्री राकेश 'चक्र'

परिचय- श्री राकेश 'चक्र'

वास्तविक नाम : राकेश कुमार गुप्ता
श्री राकेश 'चक्र'
जन्मतिथि : 14 नवम्बर, 1955 ई0
जन्म स्थान : साजाबाद, ताजपुर पोस्ट जलाली, जिला अलीगढ़ (उ0प्र0)
पिता का नाम : स्व0 श्री धीरजलाल
माता का नाम : स्व0 श्रीमती द्रोपदी देवी
पत्नी : श्रीमती रेनू
शिक्षा : एम0ए0 समाजशास्त्र, एल0एल0बी0, एक्यूप्रेशर एवं योग
संप्रति : उत्तर प्रदेश पुलिस अभिसूचना विभाग में सेवारत
लेखन कार्य : 1973 से निरन्तर
लेखन की विधाएँ : कविता, मुक्तक, कथा, लघुकथा, निबन्ध, छन्द एवं छन्दमुक्त रचनाएँ आदि
प्रकाशित कृतियाँ : चरवाहों का चक्रव्यूह, अमावस का अंधेरा, प्रेम की भाषा ही है हिन्दुस्तान, मेरी ग़ज़लें मेरा प्यार, मेरे देश की थाती, फैन, वृक्ष और बीज, एकता के साथ हम, आजादी के दीवाने, तीसरी माँ, वीर सुभाष, याद करेगा हिन्दुस्तान सहित दो दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित
सम्मान : अ0भा0 साहित्य कला मंच मुरादाबाद, साहित्य शारदा मंच खटीमा, जैमिनी अकादमी, साहित्य प्रभा देहरादून, बाल कल्याण साहित्य परिषद् कानपुर, वैचारिक क्रान्ति मंच लखनऊ माथुर वैश्य सभा मुरादाबाद सहित अनेक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित
उपलब्धि : दूरदर्शन व आकाशवाणी प्रसारण, बाल साहित्य विद्यालयों के पाठ्यक्रमों में सम्मलित
विशेष रुचि : एक्यूप्रेशर पद्धति एवं प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा निश्काम सेवा
पता : 90 बी, शिवपुरी (डबल फाटक), मुरादाबाद (उ0प्र0)
सम्पर्क : 9456201857

बुद्धिनाथ मिश्र नवगीत साधक सम्मान से सम्मानित

बुद्धिनाथ मिश्र नवगीत साधक सम्मान से सम्मानित
बुद्धिनाथ मिश्र नवगीत साधक सम्मान से सम्मानित
                                
                      दिनाँक 31 मई, 2012 ई0 को मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था 'अक्षरा' की ओर से नवीन नगर स्थित मानसरोवर कन्या इण्टर कॉलेज मुरादाबाद में देहरादून के प्रसिद्ध नवगीतकार डॉ0 बुद्धिनाथ मिश्र को नवगीत साधक सम्मान से सम्मानित किया गया।
                       कार्यक्रम की शुरुआत माँ शारदे के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई। सरस्वती वन्दना डॉ0 पूनम बंसल ने प्रस्तुत की।
                       सम्मान के उपरान्त कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कवियों ने विभिन्न विषयों पर अपनी रचनाएँ प्रस्तुत की तथा गीतों एवं नवगीतों के विषय में चर्चा की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता माहेश्वर तिवारी ने की तथा मुख्य अतिथि ब्रजभूषण गौतम अनुराग रहे। कार्यक्रम का संचालन योगेन्द्र वर्मा व्योम ने किया।
                      शचीन्द्र भटनागर, मीना नक़वी, अजय अनुपम, विकास मुरादाबादी, शिव अवतार सरस, विवेक निर्मल, मनोज मनु, प्रेमवती उपाध्याय, अशोक विश्नोई, रामदत्त द्विवेदी, प्रतिष्ठा वर्मा आदि ने काव्यपाठ किया।

रविवार, 27 मई 2012

श्री ठाकुर शिवराज सिंह प्रीतम

परिचय-श्री ठाकुर शिवराज सिंह प्रीतम

श्री ठाकुर शिवराज सिंह प्रीतम
जन्मतिथि : 17 जनवरी, 1933 ई0
जन्मस्थान : ग्राम ढकिया, तहसील शाहबाद, जिला रामपुर (उ0प्र0)
पिता : ठाकुर स्व0 श्री डम्बर सिंह
माता : स्व0 श्रीमती पार्वती देवी
जीवन संगनी : स्व0 श्रीमती रामा देवी
शिक्षा : इण्टरमीडिएट, एच0टी0सी0
लेखन की विधाएँ : कहानी, कविता, मुक्तक, लेख, गीत, उर्दू शायरी, ग़ज़ल आदि
प्रकाशन : दर्पण (कहानी संग्रह), प्रतिबिंब (कविता संग्रह), गंजीनये प्रीतम (ग़ज़ल संग्रह), समाधान (कहानी संग्रह), अनेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित
संप्रति : सेवानिवृत्त
पुरस्कार तथा सम्मान : अनेक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित
पता : शिबराज निकेतन, निकट पंजाब नेशनल बैंक, चन्द्रा मार्केट आसफुर रोड, ढकिया, रामपुर (उ0प्र0)
सम्पर्क सूत्र : 9897868748
Thakur Shivraj Singh 'Preetam'

सोमवार, 21 मई 2012

श्री रामलाल 'अनजाना'

परिचय- श्री रामलाल 'अनजाना'
जन्मतिथि : 20 जून, 1939 ई0
श्री रामलाल 'अनजाना'
जन्म स्थान : ग्राम व पोस्ट खुनक, जिला बदायूँ (उ0प्र0)
पिता का नाम : स्व0 श्री हीरालाल
माता का नाम : स्व0 श्रीमती खेमवती
पत्नी : श्रीमती उर्मिला
शिक्षा : बी0कॉम0
संप्रति : शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त
लेखन की विधाएँ : कविता, मुक्तक, गज़ल, गीत, दोहे, भजन, निबन्ध, कहानी आदि
प्रकाशित कृतियाँ : चकाचौंध, गगन न देगा साथ, सारे चेहरे मेरे, दिल के रहो समीप, वक्त न रिश्तेदार किसी का
सम्मान : अ0भा0 साहित्य कला मंच द्वारा 'साहित्य श्री', बदायूँ क्लब द्वारा नागरिक अभिनन्दन, सागर तरंग प्रकाशन द्वारा 'सर्वेच्च शब्द सम्मान', संस्कार भारती द्वारा 'संस्कार भारती सम्मान' सहित अनेक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित
पता : फ्रैंडस कॉलोनी, दैनिक आज कार्यालय के समीप, चन्द्रनगर, मुरादाबाद (उ0प्र0)
सम्पर्क : 9219307272

 Mr. Ramlal 'Anjaana'

शनिवार, 19 मई 2012

डॉ0 मनोज रस्तोगी

परिचय-डॉ0 मनोज रस्तोगी

डॉ0 मनोज रस्तोगी
जन्मतिथि : 22 अगस्त, 1965
जन्म स्थान : लखनऊ (उ0प्र0)
पिता का नाम : श्री ओमप्रकाश रस्तोगी
माता का नाम : श्रीमती मालती रस्तोगी
शिक्षा : एम0ए0 (अर्थशास्त्र, हिन्दी), पी-एच0डी0 (जनपद मुरादाबाद के हिन्दी साहित्यकारों के योगदान पर)
संप्रति : उपसम्पादक दैनिक जागरण, मुरादाबाद।
लेखन की विधाएँ : कविता, मुक्तक, गज़ल, गीत, दोहे, लेख, सम्पादन, छन्द मुक्त रचनाएँ आदि
प्रकाशन : अनेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित
सम्मान : अनेक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित
विशिष्ट : मुरादाबाद के इतिहास, साहित्य एवं पत्रकारिता पर शोध। तीन दशक से पत्रकारिता
पता :  ''8 जीलाल स्ट्रीट, लाइनपार, मुरादाबाद (उ0प्र0)
सम्पर्क : 9456687822
ई-मेल : dr.rastogimanoj@gmail.com
वेवसाइट : www.rastogi.jagranjunction.com


 Mr.Dr. Manoj Rastogi