परिचय- श्री रामसिंह 'नि:शंक'
श्री रामसिंह 'नि:शंक' |
नाम: श्री रामसिंह
उपनाम : 'नि:शंक'
जन्मतिथि : 3 दिसम्बर, 1954
जन्मस्थान : ग्राम खासपुर, मुरादाबाद
पिता : स्व. श्री खुशीराम
माता : स्व. श्रीमती सुखदेवी
पत्नी : श्रीमती क्रान्ति देवी
शिक्षा : एम0ए0 (हिन्दी), बी0एड0
लेखन की विधाएँ : कविता, मुक्तक, दोहा, गीत, बालगीत
प्रकाशन : संकेत स्मारिका और आर्य स्त्री समाज शताब्दी समारोह स्मारिका
सहित अनेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित
सम्मान : राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, पर्यावरण मित्र समिति, काव्य
सुधा साहित्यिक मंच, सरस्वती परिवार, सत्यनारायण साहित्यिक मंच (मेरठ),
आर्य स्त्री समाज, अन्तर्राष्ट्रीय साहित्य कला मंच (नेपाल में 8 से 11
जून) सहित अनेक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित
सम्बद्धता : राष्ट्र भाषा हिन्दी प्रचार समिति (महासचिव), काव्य सुधा
साहित्यिक मंच (उपसचिव), हिन्दी साहित्य संगम (महासचिव)
संप्रति : लिपिक (हिन्दू कॉलेज, मुरादाबाद)
पता : सूर्यनगर, लाईनपार,
मुरादाबाद (उ0प्र0)
सम्पर्क सूत्र : 9368451187
Mr. Ramsingh Nishank
देखिये क्या होगा॥
भ्रष्टाचार ने मेरे देश को किया बहुत बेहाल,
देखिये क्या होगा।
मेरे देश में भ्रष्टाचारी हो रहे मालामाल,
देखिये क्या होगा॥
बड़े-बड़े घोटाले करते लाज शरम न आती है।
अरबों की सम्पत्ति इन पर दौड़ी-दौड़ी आती है।
कुर्ता खादी धोती खादी खादी का रूमाल,
देखिये क्या होगा॥
मुट्ठी भर लोगों के हाथों जनता की तकदीर है।
जनता को वादोँ का शरबत भारत की तस्वीर है।
जनता ने चुन संसद भेजा फिर कैसे करे सवाल,
देखिये क्या होगा॥
अन्ना के साहस को अपना नमन सौ-सौ बार है।
भ्रष्टाचार पर नकेल डालना आज की दरकार है।
भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी जी के हैं जंजाल,
देखिये क्या होगा॥
भ्रष्टाचार की जड़े देश में गहरे तक हैं पैठ रही।
भाग्य हमारे बँधा यही कहकर जनता बैठ रही।
इसको खत्म करें सब मिलकर होंगे तभी खुशहाल,
देखिये क्या होगा॥
- रामसिंह निःशंक
लाइनपार, मुरादाबाद।
RAM SINGH 'NISHANK'
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