गुरुवार, 3 नवंबर 2016

माहेश्वर तिवारी को किया गया सम्मानित

माहेश्वर तिवारी को किया गया सम्मानित 

         ;3 नवम्बर, 2016 को मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था 'अक्षरा' एवं 'हिन्दी साहित्य सदन' के संयुक्त तत्वावधान में श्रीराम विहार कालोनी स्थित 'विश्रान्ति' भवन में "अभिनंदन-उत्सव" का आयोजन किया गया जिसमें सुविख्यात नवगीतकार डॉ. माहेश्वर तिवारी को उनकी उल्लेखनीय साहित्यिक उपलब्धियों के लिए उ०प्र० सरकार द्वारा प्रदत्त 'यश भारती' के परिप्रेक्ष्य में मानपत्र, अंगवस्त्र, श्रीफल नारियल भेंट कर आत्मीय अभिनंदन किया गया। 



कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सुप्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य कवि डॉ. मक्खन मुरादाबादी ने कहा कि "माहेश्वर तिवारी जी हिन्दी साहित्य के शीर्षस्थ रचनाकार हैं, उनके नवगीत कविता की एक नयी परिभाषा गढ़ते हैं।" विशिष्ट अतिथि श्री डी.पी.सिंह ने कहा कि "माहेश्वर जी को यश भारती बहुत पहले मिल जाना चाहिए था, वह इस सम्मान के सच्चे सुपात्र हैं।" वरिष्ठ शायर डॉ. कृष्ण कुमार 'नाज़' ने कहा कि "माहेश्वर जी के नवगीत परंपरागत स्थापित सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं।" साहित्यकार श्री योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' ने इस अवसर पर कहा कि "माहेश्वर तिवारी जी के नवगीत वर्तमान के खुरदरे यथार्थ को मिठास के साथ प्रस्तुत करने वाले समकालीन कविता के मानक निर्मित करते हैं।" कार्यक्रम का संचालन कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अजय 'अनुपम' ने कहा कि "माहेश्वर जी को यश भारती से सम्मानित किए जाने से पूरा मुरादाबाद सम्मानित हुआ है, समूचा गीत-साहित्य सम्मानित हुआ है और खुद यश भारती गौरवान्वित हुआ है।" इस अवसर पर सम्मानित डॉ. माहेश्वर तिवारी ने काव्यपाठ करते हुए कहा - 
"डायरी में/उंगलियों के फूल से/लिख गया है/नाम कोई भूल से/सामने यह खुला पन्ना/दिख गया हो/कौन जाने आदतन ही/लिख गया हो/शब्द जो/सीखे कभी थे धूल से"
कार्यक्रम में गोकुलदास गर्ल्स डिग्री कालेज की प्राचार्या डॉ. अंजना दास, प्रसिद्ध ज्योतिर्विद श्री विजय दिव्य, श्रीमती कौशल कुमारी आदि अनेक स्थानीय गणमान्य जन उपस्थित रहे।

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