शनिवार, 16 जून 2012

मुरादाबाद में हिन्दी भवन बनवाने की मांग की

मुरादाबाद में हिन्दी भवन बनवाने की मांग की
                              
                            दिनाँक 7 जून, 2012 को मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था परमार्थ की ओर से संस्था के नवीन नगर स्थित कार्यालय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
                               इस अवसर पर मुरादाबाद की अन्य प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्थाओं संकेत, काव्य सुधा, अक्षरा, विप्रा, उत्कर्ष, राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, हिन्दी साहित्य संगम, काव्य संदेश आदि के प्रमुख सदस्यों ने भाग लिया। गोष्ठी मेँ उपस्थित साहित्यकारों ने मुरादाबाद मे हिन्दी भवन बनवाए जाने की मांग की। विवेक निर्मल का कहना था कि मुरादाबाद में कोई भी ऐसा स्थान नहीं है, जहाँ साहित्यकार अपना कोई कार्यक्रम कर सकें। अत: मुरादाबाद में हिन्दी भवन बनवाया जाए। हम सभी साहित्यकार वोट उसी मेयर को देंगे, जो हमारी समस्याओँ का समाधान करेगा। अशोक विश्नोई ने कहा कि साहित्यकार समाज को नई दिशा देने में समर्थ होता है। हमे खेद है कि महानगर के साहित्यकार सुविधाओं से वंचित हैं। समी साहित्यकारों ने मेयर चुनाव का बहिष्कार करने की बात कही। गोष्ठी की अध्यक्षता विवेक निर्मल तथा संचालन अशोक विश्नोई ने किया।
                             गोष्ठी में रघुराज सिंह निश्चल, अम्बरीष गर्ग, डॉ0 प्रेमवती उपाध्याय, जितेन्द्र कुमार जौली, राजीव सक्सेना, विकास मुरादाबादी, रामदत्त द्विवेदी, अनन्द गौरव, योगेन्द्र वर्मा व्योम, यू0पी0 सक्सेना, सतीश सार्थक आदि उपस्थित रहे।

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